बरसन लागि आँगन गुंडियां
मन्न मोरा छटपटाये
बरसन लागि आँगन गुंडियां
मन्न मोरा छटपटाये
साजिया नैन विच दरस तेरा
तुझे देखूं तारु क़र्ज़ मेरा
आज मलंग नु सव रणन दे
ख़ुशियों डा पानी बरसन दे
आज मलंग नु सव रणन दे
ख़ुशियों डा पानी बरसन दे
बरसन लागि आँगन गुंडियां
मन्न मोरा छटपटाये
आके सबर सी खड़ी है उमीदे
पालकों को अपनी झुकाये
लागे कहीं से गहना मिलान का
कोई इन्हे पहनाये
है तमन्ना यही मेरी आखरी
तेरे पहलु में जिंदड़ी बिताये
साजिया नैन हीच दर्स तेरा
तुझे देखूं तारु क़र्ज़ मेरा
आज मलंग नु सव रणन दे
ख़ुशियों डा पानी बरसन दे
आज मलंग नु सव रणन दे
ख़ुशियों डा पानी बरसन दे
बरसन लागि आँगन गुंडियां
मन्न मोरा छटपटाये
खुशियों की बंजर ज़मीनों पे आओ
दो चार मुसकान बो दे
अश्कों से सींचे जुदाई की फसले
तन्हाई में इतना रो दे
सब्र इतना तोह रखना पड़ेगा मुझे
दर्द उठे तोह लब्ब मुस्कुराये
साजिया नैन हीच दर्स तेरा
तुझे देखूं तारु क़र्ज़ मेरा
आज मलंग नु सव रणन दे
ख़ुशियों डा पानी बरसन दे
आज मलंग नु सव रणन दे
ख़ुशियों डा पानी बरसन दे
नैना नैना
मन्न मोरा छटपटाये रे
http://songolyrics.in/sarbjit/barsan-laagi