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  • Asha Bhosle

    क्या देखते हो सूरत

    Συμμετέχων καλλιτέχνης: Mohammed Rafi
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στίχοι क्या देखते हो सूरत

क्या देखते हो, सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो, चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें, कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी
 
क्या देखते हो, सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो, चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें, कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी
 
क्या देखते हो, सूरत तुम्हारी
 
(इंटर्ल्युड)
 
रोज़-रोज़, रोज़-रोज़ देखूं तुझे
नहीं-नहीं लगे मुझे
अंगों में अमृत की धरा
तेरे अंगों में अमृत की धरा
 
दिल लेने ढंग तेरे, सीखे कोई रंग तेरे
बातों का अंदाज़ प्यारा
तेरी बातों का अंदाज़ प्यारा
 
शरारत से चेहरा चमकने लगा क्यों
यह रंग लाइ है सांगत तुम्हारी
क्या देखते हो, सूरत तुम्हारी
 
(इंटर्ल्युड)
 
सोचो ज़रा, सोचो ज़रा जान-ए-जिगर
बीतेगी क्या तुम पे अगर
हमको जो कोई चुरा ले
तुमसे हमको जो कोई चुरा ले
 
किसी ने जो तुम्हें छीना
नामुमकिन है उसका जीना
कैसे नज़र कोई डाले
तुम पे कैसे नज़र कोई डाले
तुम पे कैसे नज़र कोई डाले
 
प्यार पे अपने इतना भरोसा
प्यार पे अपने इतना भरोसा
मिटना मोहब्बत में फितरत हमारी
 
क्या देखते हो, सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो, चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें, कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी
 
क्या देखते हो, सूरत तुम्हारी
 

 

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