जाने क्यों लोग प्यार करते हैं
जाने क्यों वह किसी पे मरते हैं
जाने क्यों लोग प्यार करते हैं
जाने क्यों वह किसी पे मरते हैं
जाने क्यों जाने क्यों
जाने क्यों जाने क्यों जाने क्यों
प्यार में सोचिये तो बस ग़म है
प्यार में जो सितम भी हो कम है
प्यार में सर जुकना पड़ता है
दर्द में मुस्कुराना पड़ता है
ज़हर क्यों ज़िन्दगी में भरते हैं
जाने क्यों लोग प्यार करते हैं
जाने क्यों जाने क्यों
जाने क्यों जाने क्यों जाने क्यों
प्यार बिन जीने में रखा क्या है
प्यार जिसको नहीं वह तनहा है
प्यार बिन जीने में रखा क्या है
प्यार जिसको नहीं वह तनहा है
प्यार सौ रंग ले के आता है
प्यार ही ज़िन्दगी सजाता है
लोग छुप छुप के प्यार करते हैं
जाने क्यों साफ़ कहते दर्द है
जाने क्यों जाने क्यों
जाने क्यों जाने क्यों जाने क्यों
प्यार बेकार की मुसीबत है
प्यार हर तरह खूबसूरत है
ओ प्यार से हम दूर ही अच्छे
अरे प्यार के सब रूप है सच्चे
ओ प्यार के घात जो उतरते है
डूबते है ना वह उभरते है
जाने क्यों जाने क्यों
प्यार तो खैर सभी करते हैं
जाने क्यों आप ही मुकरते हैं
जाने क्यों जाने क्यों
जाने क्यों जाने क्यों जाने क्यों