तनहाई, तनहाई
दिल का रस्ते में कैसी ठोकर मैने खाई
टूटे ख्वाब सारे, एक मायूसी है छाई
हर खुशी सो गई, ज़िंदगी खो गई
तुमको जो प्यार किया मैने तो सज़ा में पाई
तनहाई, तनहाई, मीलों है फ़ैली हुई तनहाई(x२)
ख्वाब में देखा था एक आँचल
मैने अपने हाथों में
अब टूटे सपनों के शीशे चुबते हैं आँखों में(x२)
कल कोई था यहीं, अब कोई भी नहीं
बनके नागिन जैसे है साँसों में लहराई
तनहाई, तनहाई, पलकों पर कितने आँसू है लाई(x२)
क्यों ऐसी उम्मीद की मैने?
जो ऐसे नाकाम हुई
दूर बनाई थी मंज़िल
तो रास्ते में ही शाम हुई (x२)
अब कहाँ जाऊँ मै, किसको समझाऊँ मै?
क्या मैने चाहा था और क्यों किसमत में आई
तनहाई, तनहाई, जैसे अँधेरों की हो गहराई
दिल के रास्ते में कैसी ठोकर मैने खाई
टूटे खवाद सारे, एक मायूसी है छाई
हर खुशी सो गई, ज़िंदगी खो गई
तुमको जो प्यार किया मैने तो सज़ा में पाई
तनहाई, तनहाई, मीलों है फ़ैली हुई तनहाई(x२)
तनहाई, तनहाई, तनहाई, तनहाई।