• Sa Dingding

    वज्रसत्त्व मन्त्र

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वज्र-सत्त्व-समय मानुपालय
वज्र-सत्त्वत्वेन
उपतिष्ठदृढो मे भव
सुतोष्यो मे भव
सुपोष्यो मे भव
अनुरक्तो मे भव
सर्व-सिद्धिं मे प्रयच्छ
सर्व-कर्मसु च मे चित्त-श्रेयः कुरु
हूं
ह ह ह ह होः
भगवन् सर्व-तथागत वज्र मा मे मुञ्च
वज्री भव महा-समय-सत्त्व
आः।
 
वज्र-सत्त्व-समय मानुपालय
वज्र-सत्त्वत्वेन
उपतिष्ठदृढो मे भव
सुतोष्यो मे भव
सुपोष्यो मे भव
अनुरक्तो मे भव
सर्व-सिद्धिं मे प्रयच्छ
सर्व-कर्मसु च मे चित्त-श्रेयः कुरु
हूं
ह ह ह ह होः
भगवन् सर्व-तथागत वज्र मा मे मुञ्च
वज्री भव महा-समय-सत्त्व
आः।
 
सर्व-कर्मसु च मे चित्त-श्रेयः कुरु
हूं
ह ह ह ह होः
भगवन् सर्व-तथागत वज्र मा मे मुञ्च
वज्री भव महा-समय-सत्त्व
आः
 

 

Traductions

translittération #1, #2
Commentaires
niperssonnipersson    Dim, 05/06/2022 - 02:31

薩頂頂 - 萬物生『सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं』【動態歌詞Lyrics】
https://www.youtube.com/watch?v=Fav8TsOCpSo

作曲 : 萨顶顶/黄毅
作词 : 金刚萨埵百字明
采样来自藏歌《我们在此相聚》
ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय।
वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव।

सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव।
अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ।
सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं
कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं
सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च।

वज्रि भव महासमय सत्त्व आः
ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय।
वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव।
सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव।
अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ।

सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं
कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं
सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च।
वज्रि भव महासमय सत्त्व आः
सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं

कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं
सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च।
वज्रि भव महासमय सत्त्व आः
सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं
कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं

सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च।
वज्रि भव महासमय सत्त्व आः
ॐ वज्रसत्त्व हूं